धनतेरस का त्योहार दिवाली से पहले कार्तिक के त्रयोदशी को मनाया जाता है। इस साल धनतेरस का त्योहार दो नवंबर यानी आज मनाया जाएगा। आज धनतेरस पूजा का शुभ मुहूर्त शाम 6:18 बजे से रात 8:11 बजे तक रहेगा। बता दें धनतेरस के अवसर पर आमतौर पर सोना, चांदी, झाड़ू, किचन के बर्तन, इत्यादि जैसे समानों की खरीद की जाती है।
शास्त्रों में कहा गया है कि समुंद्र मंथन के दौरान कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी को भगवान धन्वंतरि अपने दोनों हाथों में कलश लेकर समुंद्र से प्रकट हुए थे। बता दें कि धन्वंतरि को भगवान विष्णु का अंश अवतार माना जाता है। भगवान धन्वंतरि के प्रकट होने के उपलक्ष्य में ही धनतेरस का त्योहार मनाया जाता है। ऐसा माना जाता है कि धनतेरस का त्योहार धन के साथ-साथ स्वास्थ्य से भी जुड़ा हुआ है।
धनतेरस का त्योहार धन और आरोग्य से जुड़ा हुआ है। इसलिए इस दिन धन के लिए कुबेर और आरोग्य के लिए धनवन्तरि की पूजा की जाती है। इस दिन सभी लोगों शुभ मुहूर्त में मूल्यवान धातु, आभूषण, वाहन, घर, संपत्ति, सोना, चांदी, बर्तन, कपड़े, झाड़ू, इत्यादि खरीदते हैं।
धनतेरस के दिन इन बातों को लेकर सतर्क रहें:
● धनतेरस के दिन किसी को भी उधार देने से बचे।
● धनतेरस से पहले घर की सारी गंदगी बाहर निकाल दें। यदि इस दिन घर में साफ-सफाई ना हो तो सकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश नहीं होता है। इसलिए धनतेरस के एक दिन पहले तक घर से सारी गंदगी को बाहर निकाल दें।
● ऐसा माना जाता है कि घर के मुख्य दरवाजे से लक्ष्मी का आगमन होता है। इसलिए यहां भूलकर भी गंदगी या खराब सामान ना रखें। घर के मुख्य दरवाजे को सबसे साफ और पवित्र रखें।
● धनतेरस के दिन कुबेर के साथ मां लक्ष्मी, भगवान धन्वंतरि की पूजा जरूर करें। ऐसा भी कहा जाता है कि सिर्फ कुबेर की पूजा करने से आप सालभर बीमार रह सकते हैं।
● धनतेरस के दिन सोना, चांदी या कोई मूल्यवान धातु खरीदना बेहद शुभ माना जाता है। धनतेरस के दिन किसी नकली मूर्ति की पूजा ना करें। संभव हो तो सोने चांदी या मिट्टी से बनी मां लक्ष्मी की पूजा करें। माना जाता है कि इस दिन शीशे का बर्तन नहीं खरीदना चाहिए।
● किसी भी तरह के नकली प्रतीक घर में ना लाएं।
● कुमकुम, हल्दी या चंदन जैसे शुभ चीजों से ऊं या स्वास्तिक बनाएं।
धनतेरस के दिन खरीदारी के सबसे शुभ मुहूर्त:
➢ त्रिपुष्कर योग- सुबह 06:06 से 11:31 तक खरीदारी करने का शुभ मुहूर्त है।
➢ धनतेरस मुहूर्त- 06 बजकर 18 मिनट 22 सेकेंड से 08 बजकर 11 मिनट 20 सेकंड तक खरीदारी और पूजा करने का शुभ मुहूर्त है।
➢ अभिजीत मुहूर्त- सुबह 11:42 से दोपहर 12:26 तक खरीदारी का शुभ मुहूर्त है।
➢ विजय मुहूर्त- दोपहर 01:33 से 02:18 तक खरीदारी का शुभ मुहूर्त है।
➢ गोधूलि मुहूर्त- शाम 05:05 से 05:29 तक खरीदारी का शुभ मुहूर्त है।
➢ प्रदोष काल- 5 बजकर 35 मिनट 38 सेकंड से 08 बजकर 11 मिनट 20 सेकंड तक खरीदारी और पूजा का शुभ मुहूर्त है।
धनतेरस का मुहूर्त शाम 06 बजकर 18 मिनट 22 सेकेंड से 08 बजकर 11मिनट 20 सेकेंड तक खरीदारी के साथ-साथ पूजा का शुभ मुहूर्त है।
➢ वृषभ काल- शाम 06 बजकर 18 मिनट से 08 बजकर 14 मिनट तक शुभ मुहूर्त है।
➢ निशिता मुहूर्त- रात 11 बजकर 16 मिनट से 12 बजकर 07 मिनट तक शुभ मुहूर्त है।
➢ दिन की चौघड़िया
◦ लाभ का समय सुबह 10 बजकर 43 मिनट से 12 बजकर 04 मिनट तक है।
◦ अमृत का समय दोपहर 12 बजकर 04 मिनट से 01 बजकर 26 मिनट तक है।
◦ शुभ का समय दोपहर 02 बजकर 47 मिनट से 04 बजकर 09 मिनट तक है।
➢ रात की चौघड़िया
◦ लाभ का समय 07 बजकर 09 मिनट से 08 बजकर 48 मिनट तक है।
◦ शुभ का समय 10 बजकर 26 मिनट से 12 बजकर 05 मिनट तक है।
◦ अमृत का समय 12 बजकर 05 मिनट से 01 बजकर 43 मिनट तक है।